भाभी के गुजरने के बाद
पहली बार आए हैं भैया,
'चिंता मत करी तू,
अब तो आता-जाता ही रहूंगा
आजाद जो हो गया हूँ,
बिलकुल आजाद!'
कहते हुए खिलखिला पड़ते हैं भैया।
और मैं देखता हूँ-
तमाम कोशिशों के बावजूद
भैया की आँखों में
उभर आई चमक के पीछे
झिलमिलाने लगती है
एक नदी।
2000