Last modified on 28 नवम्बर 2021, at 00:37

भुईयाँ / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

धरती कॅ बोलै छै भुइंयाँ
भुइंयाँ पर खान्है छै कुइंयाँ
होम-जाप जखनी हूवैं छै
गम-गम सगर करै छै धुइंयाँ।

कत्तोॅ गरम रहेॅ ई धरती
कनकन पानी दै छै कुइंयाँ
दादी-नानी साथ मिलै तॅ
घोघो तानै दोनों गोइंयाँ।