भूख बनाती है मूल्य ।
इस पार या उस पार होने को उकसाती है ।
नियति भूख के पीछे चलती है ।
ढा देती है मीनार ।
सभी ईश्वर, देवी-देवता स्तब्ध रह जाते हैं ।
भूख रचती है इतिहास ।
भूख बनाती है मूल्य ।
इस पार या उस पार होने को उकसाती है ।
नियति भूख के पीछे चलती है ।
ढा देती है मीनार ।
सभी ईश्वर, देवी-देवता स्तब्ध रह जाते हैं ।
भूख रचती है इतिहास ।