हाकिम बोलले बाड़न
त ज़रूर
सन्तोषी भूख से ना मरल होई।
मन्त्री जी बोलले होइए
त पक्का बा
सन्तोषी भूख से ना मरल होई।
मुख्यमंत्री जी कहत बानी
त अब एह में कवनो
शक सूबा नइखे कि
सन्तोषी भूख से मरल होई।
बुझात बा इ विपक्ष के चाल ह कि
बदनाम करे के सरकार के।
जल्दिये जांच रिपोर्ट आई
पता चली
संतोषी मलेरिया से मरल बिया
भूख से नाहि।
प्रशासन आ डॉक्टर कबो
झूठ ना बोलेलन?
उ लोग कबो सरकार के
पीठपहानी ना करस?
ईमानदारी से करेलन सेवा
ताकि उनका पोस्टिंग के मिले मेवा!
मलेरिया भूख से बड़का बेमारी ह?
आ
राजनीति में झूठ सबसे बड़का साँच ह!
'विकास' के 'आधार' इहे ह
संतोषी के भूख से भइल मउगत
मलेरिया में बदल जा सकेला।