मतिराम ब्रजभाषा काव्य के मधुरतम कवि हैं। ये भूषण, चिंतामणि और नीलकंठ के भाई थे। ये सभी कवि थे। मतिराम के चार ग्रंथ प्रसिध्द है- 'फूल-मंजरी, 'ललित-ललाम, 'मतिराम-सतसई तथा 'रसराज। फूल मंजरी के हर दोहे में एक फूल का वर्णन है। ललित ललाम में ऐतिहासिक तथा सतसई में शृंगार एवं नीति के दोहे हैं। रसराज इनका उत्कृष्ट ग्रंथ है, जो रसिकों का कंठहार रहा है। इसमें प्रेम की विविध चेष्टाओं के मनोहारी दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं।