मदाईत -- सामूहिक काम करने की प्रथा। प्रत्येक व्यक्ति का काम सभी गाँव वाले मिल कर एक समूह में बिना कोई मूल्य लिए सहयोग की भावना से करते हैं।
संगी हो...!
सूरज ढलने को है
अब मिट्टी ढोना बन्द करते हैं
खेत इसी तरह तैयार होते हैं धीरे-धीरे
जैसे प्यार गहराता है
फिर वह आत्मिक आनन्द देता है
ये लो पानी पी लो
हडियाँ तो घर जाकर ही मिलेगा,
आज हमने खेत को
पूरब की ओर खिसका दिया है
बरसात में पानी दखिन से खेत में घुसेगा
उधर ऊँचाई है लेकिन
उसका दबाव उत्तर में नहीं
पछिम की ओर होगा
कल उस ओर मेड़ को और मजबूत करेंगे,
मदाईत करते हुए पता ही नहीं चलता
कैसे कठिन काम हो गया
इस विशाल पत्थर को हटाते हुए लगा
जैसे हमने पृथ्वी को
एक कोने से उठा कर
दूसरे कोने में रख दिया है