गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 28 नवम्बर 2013, at 13:05
मन (3) / कन्हैया लाल सेठिया
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
कन्हैया लाल सेठिया
»
लीकलकोळिया
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
उड़ उड़’र
मत बैठ सुगळवाड़ै पर
मन री माखी,
बण मोमाखी
चाख
आतमा रै कंवळ रो
अछूतो मधू !