भीड़ भरी बस में
अनजाने में कुचल गया पांव
माफ़ करना भाई, कहा सहयात्री ने
अच्छा लगा
दिया घाव
पर बहुतदिनों बाद मिला
एक आत्मीय संबोधन
भीड़ भरी बस में
अनजाने में कुचल गया पांव
माफ़ करना भाई, कहा सहयात्री ने
अच्छा लगा
दिया घाव
पर बहुतदिनों बाद मिला
एक आत्मीय संबोधन