वो
बेवज़ह आँखों में
पानी की वजह पूछती है
माँ है न
हर वजह के पीछे
की बेवजह को जानती है
चुप रहती हैं
चुप बहती हैं
वजह बेवजह
अलगनी पर
बस एक सीख टाँक जाती हैं
कुछ दर्द सुखाते हुए
कुछ उतारते हुए!
वो
बेवज़ह आँखों में
पानी की वजह पूछती है
माँ है न
हर वजह के पीछे
की बेवजह को जानती है
चुप रहती हैं
चुप बहती हैं
वजह बेवजह
अलगनी पर
बस एक सीख टाँक जाती हैं
कुछ दर्द सुखाते हुए
कुछ उतारते हुए!