मां
सांस है
यह शब्द है
या मंत्र है
जाने क्या है ?
इस के तो उच्चारण से ही
हृदय भरने लगता है ।
मां
मेरी समझ में
ध्यान की कोई विधि है
इस के तो
स्मरण मात्र से ही
अमृत झरने लगता है ।
अनुवाद : नीरज दइया
मां
सांस है
यह शब्द है
या मंत्र है
जाने क्या है ?
इस के तो उच्चारण से ही
हृदय भरने लगता है ।
मां
मेरी समझ में
ध्यान की कोई विधि है
इस के तो
स्मरण मात्र से ही
अमृत झरने लगता है ।
अनुवाद : नीरज दइया