Last modified on 20 नवम्बर 2009, at 23:16

मार्क्स और फ्रायड / रामधारी सिंह "दिनकर"

प्रेम के नैराश्य की कविता लिखो तो
मार्क्स कहते हैं कि यह सब बुर्जुआपन है।
युवतियों को देख कर देखो मुकुर तो
फ्रायड इसको "ओडिपस कंप्लेक्स" कहते हैं।