Last modified on 26 जुलाई 2022, at 05:40

मा : तीन / कृष्णकुमार ‘आशु’

म्हूं जद
हुवण लाग्यो जुवान
मा रोज ही करती कोड
ल्यास्यूं इसी बीनणी
कै सारो गांव देखसी।
बीनणी तो आई
गांव भी देख्यो
मा नै अेकली खटती।
मा तो ल्याई बीनणी
पण बीनणी
मा रै लाल नै ई लेयगी।