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मिलन-स्थल: 3 / विष्णुचन्द्र शर्मा

अब जिंदगी है तो मिलन-स्थल
होगा ही।
सभी जानते हैं कि
सादतपुर लंदन या बर्लिन नहीं है
‘डेटिंग’ चाहती है वहाँ जवान युवती
माँएं इंतजार कर रही हैं बेटी के
मिलन-दिन का।
पर यहाँ माँएं चीखती हैं
बंदकर देती हैं स्कूल भेजना
पर मिलन-स्थल कब वीरान होता है
गली नं. 5 का।