अहाँ हमर मीत छी मुदा अहाँकें हम नहि अछि जे अहाँ हमरा देह पर ढ़ारि दी एसिड पिया दी माहुर आ लाऽ जा कऽ बैसा दी रण्डीखानामे। नेह देबाक माने नहि होइत छै पल-पल कष्ट देब, नोछरब आ हम अहाँ पर करैत रही नेहक बरखा।