तन है कारागार में
किन्तु आत्मा तुम्हारी
कदापि नहीं
प्राप्त करने को महान् लक्ष्य
उठने दो ऊँचा
अपनी अन्तरात्मा को
ऊँचे से ऊँचा
तन है कारागार में
किन्तु आत्मा तुम्हारी
कदापि नहीं
प्राप्त करने को महान् लक्ष्य
उठने दो ऊँचा
अपनी अन्तरात्मा को
ऊँचे से ऊँचा