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मुखर मौन / विमलेश शर्मा

विदा लेना
और
विदा कहना
वेदना उपजाती
दो समानान्तर क्रियाएँ हैं!
दरअसल
वे
पृथक्-पृथक्
पर एक राह जातीं
दो मूक यात्राएँ हैं!