मुझको अपने पास बुलाकर
तू भी अपने साथ रहा कर
अपनी ही तस्वीर बनाकर
देख न पाया आँख उठाकर
बे-उन्वान रहेंगी वरना
तहरीरों पर नाम लिखाकर
सिर्फ़ ढलूँगा औज़ारों में
देखो तो मुझको पिघलाकर
सूरज बनकर देख लिया ना
अब सूरज सा रोज जलाकर
मुझको अपने पास बुलाकर
तू भी अपने साथ रहा कर
अपनी ही तस्वीर बनाकर
देख न पाया आँख उठाकर
बे-उन्वान रहेंगी वरना
तहरीरों पर नाम लिखाकर
सिर्फ़ ढलूँगा औज़ारों में
देखो तो मुझको पिघलाकर
सूरज बनकर देख लिया ना
अब सूरज सा रोज जलाकर