मुझको भरी बज़्म में लताड़ा उसने
क्या मैं ने किया था न बताया उसने
मैं चुप था कि उसकी मुझे इज़्ज़त का था पास
कुछ मेरी भी इज़्ज़त है न देखा उसने।
मुझको भरी बज़्म में लताड़ा उसने
क्या मैं ने किया था न बताया उसने
मैं चुप था कि उसकी मुझे इज़्ज़त का था पास
कुछ मेरी भी इज़्ज़त है न देखा उसने।