मुझको समझा मेरे जैसा
वो भी गलती कर ही बैठा
उसका लहजा तौबा! तौबा!!
झूठा किस्सा सच्चा लगता
महफ़िल महफ़िल उसका चर्चा
आखिर मेरा किस्सा निकला
मैं हर बार निशाने पर था
वो हर बार निशाना चूका
आखिर मैं दानिस्ता डूबा
तब जाकर ये दरिया उतरा
मुझको समझा मेरे जैसा
वो भी गलती कर ही बैठा
उसका लहजा तौबा! तौबा!!
झूठा किस्सा सच्चा लगता
महफ़िल महफ़िल उसका चर्चा
आखिर मेरा किस्सा निकला
मैं हर बार निशाने पर था
वो हर बार निशाना चूका
आखिर मैं दानिस्ता डूबा
तब जाकर ये दरिया उतरा