मुझमें हवाएँ आसमान और सौरमंडल हैं
इस धरती पर जो कुछ है वह सब है
ख़ाली है अभी बहुत सी जगह मुझमें |
रचनाकाल : 2004
मुझमें हवाएँ आसमान और सौरमंडल हैं
इस धरती पर जो कुछ है वह सब है
ख़ाली है अभी बहुत सी जगह मुझमें |
रचनाकाल : 2004