मेरा देखोगे अभिनय?
प्रिय, देखो मेरे मन में
कितनी पीड़ा! कितना भय!!
कितने जीवन से करता--
आया प्राणों का संचय।
पर अभी न हो पाया है
अपने प्रियतम से परिचय॥
मेरे हावों में कम्पन--
भावों में कितना संशय!
क्या सिखला दोगे मुझको
मेरे जीवन का अभिनय?
मेरा देखोगे अभिनय?
प्रिय, देखो मेरे मन में
कितनी पीड़ा! कितना भय!!
कितने जीवन से करता--
आया प्राणों का संचय।
पर अभी न हो पाया है
अपने प्रियतम से परिचय॥
मेरे हावों में कम्पन--
भावों में कितना संशय!
क्या सिखला दोगे मुझको
मेरे जीवन का अभिनय?