Last modified on 9 जनवरी 2011, at 13:45

मेरा नाम कल / केदारनाथ अग्रवाल

मेरा अनुज
मुझसे बड़ा है
मेरे ऊपर
वह खड़ा है
जमीन में
नीचे
मैं पड़ा हूँ

मेरा नाम-कल
(जो बीत गया)
उसका नाम
-आज
जो है।

रचनाकाल: १४-०९-१९६५