हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मेरा सुसरा बरजै हे बहू! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया।
मेरा जेठा बरजै हे बहू! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया
देवर बरजै हे भाभी! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया
मेरा राजा बरजै हे गोरी! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया