कितनी अच्छी मेरी अम्माँ,
सीधी-सच्ची मेरी अम्माँ।
बच्चों में मिलकर हो जाती-
बिल्कुल बच्ची मेरी अम्माँ।
मैं जल्दी सो जाऊँ, करती
माथा-पच्ची मेरी अम्माँ।
-साभार: आँख मिचौली, मोक्ष गौड़,8,11
कितनी अच्छी मेरी अम्माँ,
सीधी-सच्ची मेरी अम्माँ।
बच्चों में मिलकर हो जाती-
बिल्कुल बच्ची मेरी अम्माँ।
मैं जल्दी सो जाऊँ, करती
माथा-पच्ची मेरी अम्माँ।
-साभार: आँख मिचौली, मोक्ष गौड़,8,11