मेरी चाहत के कुछ बादल, अपने दिल पर छाने दो
प्यार भरी बूँदों को अपने, यौवन पर बरसाने दो
रात सजी है दुल्हन जैसी, बाँहों में आ जाओ तुम
काजल-बाजल, कंगन-बंगन, बिंदिया को शरमाने दो
मेरी चाहत के कुछ बादल, अपने दिल पर छाने दो
प्यार भरी बूँदों को अपने, यौवन पर बरसाने दो
रात सजी है दुल्हन जैसी, बाँहों में आ जाओ तुम
काजल-बाजल, कंगन-बंगन, बिंदिया को शरमाने दो