मेहंदी का अर्थ
रंग नहीं
रचना होता है मां
ये कोरी
हथेलियों के पुष्प
किस पूजा में
चढ़ाऊं
कि देवता की सांस
भर दे
उसमें सौरभ।
अनुवाद :- कुन्दन माली