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मैं इश्क़ में हूँ / अनामिका अनु

मैंने कुछ सितारे नारियल के पत्तों के बीच छिपाकर रखे हैं ।
रात में झींगुर आपके लिखे गीत गाते हैं ।
वह हरा, वे तारे, वह गीत, रात और मेरा इन्तज़ार
सब जब चरम पर होता है
तो गालों पर मोतियों की बारिश होती है ।
एक-एक मोती क़लम को गीला
और काग़ज़ को पाक करता है ।
  
मैं इश्क़ में हूँ।