मैं क्लास में सबसे पीछे की
सीट पर बैठकर
ब्लैकबोर्ड पर गढ़ता हूँ अपना भविष्य
बस्ते से सरकाता हूँ क़िताब
कि अचानक
मेरे बगल में लगी खिड़की से
झाँकता है इतिहास
और मेरी क़िताब के अक्षर
दोहराये जाने के डर से
दरवाज़े से दबे पाँव निकल जाते हैं।
मैं क्लास में सबसे पीछे की
सीट पर बैठकर
ब्लैकबोर्ड पर गढ़ता हूँ अपना भविष्य
बस्ते से सरकाता हूँ क़िताब
कि अचानक
मेरे बगल में लगी खिड़की से
झाँकता है इतिहास
और मेरी क़िताब के अक्षर
दोहराये जाने के डर से
दरवाज़े से दबे पाँव निकल जाते हैं।