मैं बूढ़ा हो जाऊँगा।
कोई मुझसे मिलने नहीं आएगा।
सड़क पर या गली में
सब मुझसे कतरा कर निकलेंगे।
कोई मुझसे आँख नहीं मिलाएगा।
महिलाएँ सोचेंगी यह बूढ़ा कभी सुन्दर रहा होगा।
अपने स्तन वे मुझे नहीं दिखाएँगी।
मैं बूढ़ा होता जाऊँगा, और और बूढ़ा।
बुढ़ापे को गालियाँ सुनाऊँगा।
मर साले बुढ़ापे ! दफ़ा हो जा यहाँ से !
फिर एक दिन मैं घर में या अपने कमरे में
मरा हुआ पाया जाऊँगा।