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मोजे में रबर / शुभम श्री

वन क्लास के गोलू सेकेण्ड ने
क्लास की मॉनीटर से
सुबह-सुबह अकेले में
शर्माते हुए
प्रस्ताव रखा --
अपनी चोटी का रबर दोगी खोल कर?
‘सर मारेंगे’
‘दे दो ना
सर लड़की को नहीं मारेंगे
मेरा मोजा ससर रहा है !’