अच्छा-अच्छा जे छौ पोथी
पढ़लेॅ जो मूँ-गरदन गोती
पगड़ी, रस्सी, चादर, ओढ़ना
हेनोॅ की? बस एक्के धोती
दाँत नीमी सें धोवैं छैं की
चमकै छौ जेहनोॅ कि मोती।
अच्छा-अच्छा जे छौ पोथी
पढ़लेॅ जो मूँ-गरदन गोती
पगड़ी, रस्सी, चादर, ओढ़ना
हेनोॅ की? बस एक्के धोती
दाँत नीमी सें धोवैं छैं की
चमकै छौ जेहनोॅ कि मोती।