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मोरा जिया ललचाय / ब्रह्मदेव कुमार

अमुवां के पीसबै चटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥

अमुवां के ठारी पेॅ, हरा-हरा पतिया
पतिया सेॅ बीचोॅ में, फटलोॅ मंजरिया
गम-गम गमकै फुलबरिया हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥
महुवा रोॅ गछिया सेॅ, महुवा रोॅ फुलवा
टप-टप टपकै, गोरी के अचरवा
रस चूवै भींजै चुनरिया हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥

भौंरा गुँजार करै, मछमाछी झनकै
रस चूसै झिलमिल, तितलियो चमकै
कुहू-कुहू कूहके कोयलिया हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥

धरती दुल्हनियां सिंगार करै सखिया
गोटा फूल फूललै, फूललै फूल तीसिया
चम-चम चमकै चन्दनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥
पापी पपिहरा, पीयू-पीयू बोलै
करिया बदरिया, सरगमां मेॅ डोलै
मोरबा जे भईलै नचनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय।
पिया मोरा भईलै पटनियाँ हे, मोरा जिया ललचाय॥