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मौत : एक / प्रफुल्ल कुमार परवेज़

उसका हिस्सा
सबके हिस्से में रहता
पीछे छोड़
एक पत्नी दो बच्चे
ढेरों के ढेर
काले और सफ़ेद
बैंक बैलेंस लाकर
बंगले,कारख़ाने
अचानक मर गया वह
हार्ट अटैक से

धड़ाम से गिरा
शहर पर आसमान
शहर में बंद है

शोकग्रस्त हैं नेता व्यापारी
अफ़सर कर्मचारी
तस्कर डाकू
गिरहकट रहज़न