वह रोज़ कमाता
रोज़ खाता
रोज़ लुटता उसका अधिकांश हिस्सा
बचे-खुचे हिस्से से
आधा—अधूरा भरता
परिवार का पेट
वह आहिस्ता-आहिस्ता
रोज़ मर रहा था
और आज मर ही गया
शहर बेख़बर है
कि वह मर गया
वह रोज़ कमाता
रोज़ खाता
रोज़ लुटता उसका अधिकांश हिस्सा
बचे-खुचे हिस्से से
आधा—अधूरा भरता
परिवार का पेट
वह आहिस्ता-आहिस्ता
रोज़ मर रहा था
और आज मर ही गया
शहर बेख़बर है
कि वह मर गया