आओ बातें करें
पेड़ों से
पत्तों के
मौन से
थोड़ा सहज होकर
कितने सीधे
अनुशासित
अहिंसक
पूरी सृष्टि में
बिना अंहकार से
जन्म-मरण में साथ निभाते
प्राण देते हमें
आओ इनके मौन से
बतियायें!
आओ बातें करें
पेड़ों से
पत्तों के
मौन से
थोड़ा सहज होकर
कितने सीधे
अनुशासित
अहिंसक
पूरी सृष्टि में
बिना अंहकार से
जन्म-मरण में साथ निभाते
प्राण देते हमें
आओ इनके मौन से
बतियायें!