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मौला पानी देते रहना / रविकांत अनमोल

मौला पानी देते रहना
मिस्रा सानी देते रहना

लफ़्ज़ पुराने भी अच्छे हैं
नए म'आनी देते रहना

आने वाली नस्लों को तुम
रीत पुरानी देते रहना

इस धरती को बरसों बरसों
चूनर धानी देते रहना

इस जीवन को मेरे मालिक
लाभ और हानी देते रहना

नस्ले-नौ को भी इक बचपन
और जवानी देते रहना

अनुशासन के बीच-बीच में
कुछ मनमानी देते रहना

इन बच्चों को दादा दादी
नाना नानी देते रहना

इस फ़ानी 'अनमोल' को या रब
कुछ लाफ़ानी देते रहना