Last modified on 9 जुलाई 2010, at 09:57

मौलिकता / लीलाधर जगूड़ी

जड़ें । वही हों
उसी तने पर । वे ही टहनियाँ हों
ज़्यादा अच्छे लगते हैं
तब नए पत्ते
वरना नए पौधे में तो वे होते ही हैं ।