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म्हारा अगवाड़े आम्बो मोरियो / मालवी

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

म्हारा अगवाड़े आम्बो मोरियो
पिछवाडे़ है छाई राजा गजबेल
बधांवोजी म्हें सुण्यो
म्हारा ससराजी गांव गरसिया
सासूजी हो राज अरथ भंडार
बधावोजी म्हें सुण्यो
म्हारा जेठ बाजूबन्द बेरखा
जेठाणी हो राजा बेरखा रा लूम
म्हारा देवर दांती को चूड़लो
देराणी है राजा चूड़ला री चोप
म्हारी नणदल कसूमल कांछली
नणदोई हो राजा कांछलीरा बंद
म्हारी धीमड़ को राजा हाथ मूंदड़ी
जमाई हो राजा मूंदड़ी रो कांच
म्हारो पुत्र हो राजा कुल ही को दीवलो
कुलबऊ है राजा दिवलारी जोत
म्हारा सायबा सिरही का सेहरा
सायधन हो राजा पांव की पेजार
बधाबोजी म्हें सुण्यो
हीरा वारूँ वो बऊ पड़ तमारी जीब पे
बखाण्यो हो म्हारों सोई परिवार
मोती वारूँ हो सासूजी तमारी कूख पे
तमने जाया हो राज अर्जुन-भीम
बधावोजी म्हें सुण्यो।