यह कैसा पेड़
लता है किसकी ?
सेंदुर का पेड़
लता है काजल की
तुम न बताना सबको
तुम न बुलाना सबको
अंगुली दिखाना मत
देखो मुरझाना मत
नजर इसे है विष की
हम दोनों आएंगे
ब्याह किए आएंगे
सेंदुर से माथा भर
काजल रचायेंगे
भेंट चढ़ाएंगे आँसू-जल की
लता काजल की