बघेली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
ये चन्दा बरन उजियारी राधा
चन्दा बरन उजियारी
दस अंगुरी दस मुंदरी सोहैं
बाजूबन्द चौलारी
ये चन्दा बरन उजियारी राधा
ये गर सोहै मोतिअन के माला
हीरा लगे हजारी
चन्दा बरन उजियारी राधा
ये लेसे दिअना खड़ी अंटारी
चन्दा बरन उजियारी राधा
ये सुर श्याम ऐसे मन मोहन
खेलंइ पन्सासारी
राधा चन्दा बरन उजियारी
राधा चन्दा बरन उजियारी राधा
चन्दा बरने उजियारी