Last modified on 27 दिसम्बर 2019, at 14:36

रंगल नगरिया / मुनेश्वर ‘शमन’

रंगल नगरिया वन के बउरइलय मउसम।
बहकल चाल पवन के बउरइलय मउसम।

टहनी-फुनगी पर सतरंगा फूल खिलल।
मांग सजल दुलहन के बउरइलय मउसम।

नया-पुराना अनुबंधन के राह खुलल।
अँखियन से अँखियन के बउरइलय मउसम।

टूट गेलय बर्जना बसंती जादू से।
ऐसन आँच लगन के बउरइलय मउसम।।

नेह के रंगोली से घर-अँगना दमकय।
प्यास बढ़ल मन-मन के बउरइलय मउसम।