मैंने घोले हैं
कई रफ़ाकत<ref>दोस्ती</ref> के रंग
पानी में
आओ धो लें ...
अपनी-अपनी अदावतें<ref>दुश्मनी</ref> इसमें
शायद
अबके खिल आए
शोख रंग गालों पे...
शब्दार्थ
<references/>मैंने घोले हैं
कई रफ़ाकत<ref>दोस्ती</ref> के रंग
पानी में
आओ धो लें ...
अपनी-अपनी अदावतें<ref>दुश्मनी</ref> इसमें
शायद
अबके खिल आए
शोख रंग गालों पे...