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रमरतिया / रंजना जायसवाल

पाँच बच्चों की माँ थी रमरतिया
औरत के नाम पर कलंक थी
डाइन, कठकरेज़ी छिनार थी रमरतिया
बच्चों का मुँह भी नहीं देखा
और चुपचाप भाग गयी रमरतिया
अपने इर्द-गिर्द भिनकते बच्चों को बिठाए
गरिया-गरियाकर भड़ास निकाल रहा था
रमरतिया का शराबी पति
सबकी सहानुभूति उसी के साथ थी
मेरी आँखों के सामने नाच गयी
मेहनत-मजूरी करती रमरतिया
पति की गाली-मार खाती रमरतिया
बच्चों के पीछे कउवा हँकनी बनी रमरतिया
आज अचानक कहीं चली गयी
साँवली, सलोनी, छरहरी रमरतिया
सोचती हूँ
जाने, कहाँ, किस हाल में होगी रमरतिया!