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रागनी 11 / विजेन्द्र सिंह 'फौजी'

सुण ल्यो रै भाईयो थम तैयारी कर ल्यो
अपणी राईफल म्हं गोली भर ल्यो
टाईगर हिल पै जाणा सै दुश्मन को मजा चखाणा सै

हाम वीर सिपाही लड़ा इसी लड़ाई
दुश्मन की रै करां खुब धुनाई
आज पक्का कब्जा छुटाणा
सै दुश्मन को मार गिराणा सै

थम जोश जगाओ आगै कदम बढ़ाओ
खड़े दुश्मन सामी उनैं मार गिराओ
ना सोच म्हं टेम गवाणा सै
यो काम आज कर कै दिखाणा सै

म्हारे अटल इरादे करो मिल कै वादे
आज टाईगर हिल पै झंडा फहरादें
एक दिन सबने मर ज्याणा सै
नाम किमे कर ज्याणा सै

कहै जाट विजेन्द्र उठै झाल समन्दर
दुश्मन बड़गे सिमा के अन्दर
बिल्कुल ना घबराणा सै
गुण ईश्वर का गाणा सै
तर्ज-दिल जंगली कबुतर