प्यार में
एक बार फिसलने के बाद
बहुत संभल-संभल कर
चलती है राजकुमारी
रास्ता लम्बा है
जाने कब, कहाँ होगा पूरा
नहीं जानती राजकुमारी
वह तो बस निकल पड़ी
लाख सोचा चलूँ
संभल-संभल कर
चली भी थी राजकुमारी
अंत में फिर फिसल पड़ी……
प्यार में
एक बार फिसलने के बाद
बहुत संभल-संभल कर
चलती है राजकुमारी
रास्ता लम्बा है
जाने कब, कहाँ होगा पूरा
नहीं जानती राजकुमारी
वह तो बस निकल पड़ी
लाख सोचा चलूँ
संभल-संभल कर
चली भी थी राजकुमारी
अंत में फिर फिसल पड़ी……