जिन्दा रहना हो
तो अडिग रहो
राजनीति चाहेगी
समझौता स्वतंत्र विचारों की बलि
तुम्हारा झुकाव पुलों की तरह
जनाक्रोश पार जाने को।
जिन्दा रहना हो
तो अडिग रहो
राजनीति चाहेगी
समझौता स्वतंत्र विचारों की बलि
तुम्हारा झुकाव पुलों की तरह
जनाक्रोश पार जाने को।