रामकुमार वर्मा का जन्म मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुआ। प्रयाग से हिंदी में एम.ए. तथा नागपुर से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। प्रयाग विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष पद पर वर्षों तक आसीन रहे। रामकुमार वर्मा एकांकीकार, आलोचक और कवि हैं। इनके काव्य में रहस्यवाद और छायावाद की झलक है। मुख्य काव्य संग्रह हैं- 'अंजलि, 'हिमहास, 'निशीथ, 'जौहर तथा 'चित्तौड की चिंता। उपन्यास 'चित्ररेखा पर इन्हें देव पुरस्कार एवं एकांकी संग्रह पर अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन पुरस्कार मिला। इनको भारत सरकार द्वारा 'पद्मभूषण अलंकरण से विभूषित किया गया।