गोरा गोरा रंग हौ भभुतवा रमौले मानो सेली लाल ललिया लकीर।
रूपवा के भिखिया पलकिया में माँगे ‘बलविरिवा’ की अँखियाँ फकीर।।
झपझप-झपकेली सोई मानो गोरिया री झुक-झुक करेली सलाम।
(तोरे) गोड़वा की धुरिया बरौनियाँ से पोंछें ‘बलविरिवा’ के अँखिया गुलाम।।
गोरा गोरा रंग हौ भभुतवा रमौले मानो सेली लाल ललिया लकीर।
रूपवा के भिखिया पलकिया में माँगे ‘बलविरिवा’ की अँखियाँ फकीर।।
झपझप-झपकेली सोई मानो गोरिया री झुक-झुक करेली सलाम।
(तोरे) गोड़वा की धुरिया बरौनियाँ से पोंछें ‘बलविरिवा’ के अँखिया गुलाम।।