छुक-छुक-छुक इ रेल गाड़ी
ढूवै रोजे-रोज सवारी
एगो ऐली, एगो गेली फेरा-फेरी, पारा-पारी।
पटना से दिल्ली भी गेली
घुरी-फिरी के फेरू ऐली
आबी के टीशन में खाड़ी
छोटका-बड़का करोॅ सवारी।
छुक-छुक-छुक इ रेल गाड़ी
ढूवै रोजे-रोज सवारी
एगो ऐली, एगो गेली फेरा-फेरी, पारा-पारी।
पटना से दिल्ली भी गेली
घुरी-फिरी के फेरू ऐली
आबी के टीशन में खाड़ी
छोटका-बड़का करोॅ सवारी।