Last modified on 25 सितम्बर 2013, at 15:00

लखमीचंद / परिचय

सोनीपत जिले के जाटी गांव के साधारण किसान उदमीराम के घर सन् 1901 में जन्म। कला के क्षेत्र में आने के लिए परिवार का विरोध सहन करना पड़ा। अपनी गायन कला के दम पर न केवल हरियाणा में, बल्कि आसपास के राज्यों में भी रागनी को लोकप्रिय किया। बीस से अधिक सांगों की रचना की। नौटंकी और शाही लकड़हारा विशेष तौर पर प्रसिद्ध। हरियाणा के समाज और संस्कृति को बहुत गहरे से प्रभावित किया। सन् 1945 में देहांत। हरियाणा साहित्य अकादमी ने लखमीचंद ग्रंथावली प्रकाशित की है।